*जनपद सभागार में न्यायाधीश व अधिवक्ताओं के साथ जनपद पदाधिकारियों ने वृद्धजनों का किया सम्मान*
*जनपद सभागार में न्यायाधीश व अधिवक्ताओं के साथ जनपद पदाधिकारियों ने वृद्धजनों का किया सम्मान*
*वृद्धाश्रम की अवधारणा भारतीय संस्कृति व समाज के लिए कलंक सदृश… न्यायाधीश प्रशांत*
हमर छत्तीसगढ़ न्यूज नारायण राठौर
सक्ती, विश्व वृद्धजन दिवस पर स्थानीय जनपद सभागार में जिलाधीश अमृत विकास तोपनो के निर्देशानुसार सक्ती विकासखंड के विभिन्न ग्राम पंचायतों से पधारे वृद्धजनों का सम्मान करते हुए मुख्य अतिथि प्रथम जिला न्यायाधीश सक्ती प्रशांत शिवहरे ने कहा कि वृद्धाश्रम की अवधारणा भारतीय संस्कृति व समाज के लिए कलंक समान है क्योंकि हमारा इतिहास साक्षी है कि वृद्धजन हमारे भारतीय परिवार के विशिष्ट हिस्से थे जिनके मार्गदर्शन से ही परिवार में एकजुटता व विकास समावेशित रहा है।
विशिष्ट अतिथि न्यायाधीश बी आर साहू ने भारतीय परिवार को परिभाषित करते हुए वर्तमान संदर्भों के उसके पतन पर चिंता जताते हुए कहा कि वृद्धजन की समस्यायों को लेकर हम सबको चिंता करना होगा तो वहीं आज वृद्धजन को भी अपने सामाजिक जागरण को लेकर अपना योगदान सुनिश्चित करना होगा।
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी श्रीमती गंगा पटेल ने कहा कि परिवार में बुजुर्गों का सम्मान जरूरी है तभी सभी सुखी रहेंगे तो वहीं सुश्री दिव्या गोयल ने वृद्धजनों की परेशानियों के हल को लेकर कानूनी प्रावधानों की जानकारी देते हुए विधिक जागरूकता के लिए प्रेरित किया।
विशिष्ट अतिथि व उच्च न्यायालय अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने कहा कि वृद्धजनों की समस्यायों का अंत केवल कुछ कानून बनाकर नहीं किया जा सकता बल्कि इसके लिए सामाजिक जागरण ज्यादा जरूरी है क्योंकि हम उस भारतीय संस्कृति व परंपरा के अनुयायी है जहां सयुक्त परिवार में बुजुर्गों के सम्मान के साथ उनके राय पर परिवार व समाज का संचालन होता रहा है पर भारतीय संस्कृति पर मुगल व पश्चात्यकालीन सभ्यता के दखल से हमारी पारिवारिक व्यवस्था भंग हुई जिसके पुनर्स्थापन ही समस्या का वाजिब व माकूल उपाय है तो वहीं जिला अधिवक्ता संघ के सचिव सुरीत चंद्रा ने वृद्धजनों का सम्मान करते हुए उन्हें समाज का आदर्श बताया।
जनपद पंचायत अध्यक्ष राजेश राठौर ने अपने स्वागत भाषण में अतिथियों का अभिनंदन करते हुए जीवन में वृद्धजनों के अहमियत बताते हुए सबके सम्मान की बात कही।
इन पलों में वरिष्ठजन संघ के संरक्षक ध्रुव कुमार पाली ने आयोजन की तारीफ करते हुए सबके उज्जवल भविष्य की कामना किया तो वहीं पेंशनर संघ की ओर से अध्यक्ष धीरहे ने सामाजिक जागरण के लिए भारतीय संस्कारों के पुनर्स्थापन पर बल दिया।
इन पलों में अभ्यागतों के द्वारा वृद्धजनों का वस्त्र, श्रीफल व पुष्पहार प्रदान कर सम्मानित किया गया तो वहीं कार्यक्रम का संचालन करारोपण अधिकारी राजकुमार ने किया तो आभार प्रदर्शन समाज शिक्षा संगठन गौरीशंकर चौधरी ने किया ।