*सकरेली ओवरब्रिज में पड़ने लगी दरारे,उद्घाटन हुये महज 10 माह ही हुई है पूर्ण*
*सकरेली ओवरब्रिज में पड़ने लगी दरारे,उद्घाटन हुये महज 10 माह ही हुई है पूर्ण*
*26 फरवरी को प्रधानमंत्री के द्वारा वर्चुअली किया गया था उद्घाटन*
*ठेकेदार रिपेयरिंग करने के बजाय डामर बिछा के ढ़क रहा है दरारे*
*बिना सेफ्टी को ध्यान मे रखे देर रात तक करा रहा काम*
हमर छत्तीसगढ़ न्यूज नारायण राठौर
सकरेली (बा.) – जिला मुख्यालय जिला सक्ती से लगे ग्राम सकरेली पर 27.20 करोड़ की लागत पर बने रेल्वे ओवरब्रिज पर दरारे पड़नी शुरू हो गई जिस पर चलना अब खतरों से खाली नहीं है बता दे की इस ओवर ब्रिज का उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 26 फरवरी को विडिओ कान्फ़्रेंसी के माध्यम से किया गया था जिसके बाद इस ब्रिज को लोगों के लिए खोल दिया गया था
उद्घाटन के महज 10 माह के भीतर ओवर ब्रिज मे दरारे आनी शुरू हो गया है जिसको ठेकेदार के द्वारा उखाड़ कर सुधारने के बजाय उसे डामर की परत चढ़ा कर ढका जा रहा है जिससे भविष्य मे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सक्ती है ज्ञात हो की सक्ती जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय एवं सक्ती जिला पुलिस अधिक्षक कार्यालय की दूरी महज कुछ ही किलोंमीटर मे है एवं इस रास्ते से काफी अधिकारियों का आना जाना है लेकिन किसी का भी ध्यान उस पर नहीं जाता है।
*ओवरब्रिज के काम पूर्ण करने की ऐसी हड़बड़ी की सेफ़्टी को भुले इंजीनियर*
सकरेली मे बने 27.20 करोड़ की लागत से बने रेल्वे ओवरब्रिज अपने तय समय से महज 2 माह पहले ही पूर्ण कर लिया गया था इस जल्द बाजी का परिणाम अब देखने को मिल रहा है ठेकेदार के द्वारा जल्दी जल्दी कार्य को पूर्ण करने की होड मे इसमे कार्यरत इंजीनियर ने सेफ़्टी और क्वालिटी को ध्यान मे न रख कर केवल कार्य को पूर्ण करने मे ध्यान दिया है जिसके कारण महज 10 माह मे ही ब्रिज मे दरारें पड़नी शुरू हो गई और ब्रिज मे सही से लेवल नहीं होने से छोटी गड़िया भी उछाल मार रही है जिसके चलते कभी भी घटना घटित हो सक्ती है।
ब्रिज की दरारों को रिपेयरिंग करने के बजाए उसके ऊपर पीच वर्क ओवर ब्रिज मे पड़े दरारों को ठेकेदार के द्वरा उखाड़ कर बनाने के बाजार उसके ऊपर डामर की परत चढ़ा करके उसको ढक दिया जा रहा है जिससे की वह दरारे ढक जाए और ठेकेदार को उस पर ज्यादा रिपेयरिंग का काम न करना पड़े।
रात मे काम के समय ठेकेदार कर रहा सेफ़्टी की अनदेखी
सकरेली रेल्वे ओवरब्रिज पर पड़े दरारों को ठेकेदार के द्वारा देर रात काम करवा करके ब्रिज मे पड़ी दरारों को चुप चाप बिना किसी की नजरों मे आए छिपाया जा रहा है एवं इस बीच ठेकेदार के द्वारा अपने वर्करों की सेफ़्टी से खिलवाड़ करते हुवे बिना सेफ़्टी इन्स्ट्रक्शन को ध्यान मे रखे बिना ही लापरवाही पूर्वक कार्य करवाया जा रहा है

