*भगवान श्री राम लला की प्राण- प्रतिष्ठा के प्रथम वर्षगांठ के पावन अवसर पर श्याम संगीत सृजन संस्थान सक्ती द्वारा आयोजित “अंतरराष्ट्रीय आनलाईन मानस गायन” कार्यक्रम सम्पन्न*

*भगवान श्री राम लला की प्राण- प्रतिष्ठा के प्रथम वर्षगांठ के पावन अवसर पर श्याम संगीत सृजन संस्थान सक्ती द्वारा आयोजित “अंतरराष्ट्रीय आनलाईन मानस गायन” कार्यक्रम सम्पन्न*
*संस्थान द्वारा आमंत्रित अमेरिका फिलाडेल्फिया से मुख्य अतिथि प्रोफेसर डॉक्टर मीरा सिंह जी एवं संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष संगीतज्ञ- श्याम कुमार चन्द्रा जी की अध्यक्षता में संस्थान की ओर से प्रदत्त मानस प्रेमियों को “मानस गायन ई-प्रमाण-पत्र” प्रदान कर सम्मानित किया गया।*
*इस अवसर पर श्री तुलसी मानस प्रतिष्ठान छत्तीसगढ़ के प्रदेशाध्यक्ष प्रसिद्ध साहित्यकार व कवि श्री जगदीश प्रसाद देशमुख जी अति विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होकर उपस्थित मानस प्रेमियों को आशीर्वचन व मार्गदर्शन प्रदान किया गया।*
*सृजन संस्थान सक्ती द्वारा संचालित “विश्व संगीत पाठशाला” में शामिल होकर संगीत प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों में से छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, झारखंड एवं बिहार से शामिल प्रबुद्ध मानस प्रेमियों को सम्मानित किया गया।*
*सक्ती छत्तीसगढ़:–* विश्व प्रसिद्ध पावन धाम श्रीराम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या में भगवान श्री राम लला के श्री विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के पावन अवसर पर श्याम संगीत सृजन संस्थान सक्ती द्वारा 11 जनवरी 2025 को “अंतरराष्ट्रीय आनलाईन मानस गायन” कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम मां सरस्वती जी का वंदना गायन संगीतज्ञ-श्याम कुमार चन्द्रा जी द्वारा राग श्याम-कल्याण रूपक-ताल में अपने स्वरचित बंदिश वरदायिनी शुभ दायिनी प्रस्तुत कर कार्यक्रम का शुभारंभ करने के साथ ही साथ आमंत्रित अतिथियों को शब्द-भाव श्रद्धा सुमन से सम्मानित किया गया।
तत्पश्चात् संस्थान की संगीत साधिका श्रीमती शुभा शुक्ला ‘निशा’ रायपुर द्वारा संगीत गुरूजी श्याम चन्द्रा जी की रचना राग खमाज में स्वागत गीत “आपको शत्-शत् नमन” भावपूर्ण प्रस्तुत कर आमंत्रित अतिथियों का स्वागत अभिनन्दन किया गया।
मुख्य अतिथि आदरणीया डॉ. मीरा सिंह जी द्वारा मानस प्रसंग में “निज इच्छा प्रभु अवतरइ, सुर महि गो द्विज लागि” से भावपूर्ण प्रस्तुति के साथ इस “अंतरराष्ट्रीय आनलाईन मानस गायन” कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर श्री रामचरितमानस सुन्दर काण्ड का क्रमवार अखंड पाठ की शुरुआत संगीतज्ञ- श्याम कुमार चन्द्रा जी द्वारा की गई, तत्पश्चात् श्रीमती शुभा शुक्ला ‘निशा’ रायपुर, श्रीमती सुशीला कुमारी झारखंड, श्रीमती तालकेश्वरी चन्द्रा बड़े- कटेकोनी डभरा, श्रीमती श्रद्धा पाठक रायपुर, श्रीमती रेणु मिश्रा गुरूग्राम हरियाणा, श्रीमती सुषमा प्रेम पटेल रायपुर, डॉ. रेखा गुप्ता एवं श्रीमती वीणा गुप्ता जयपुर राजस्थान, श्रीमती योगिता चौरसिया मंडला मध्यप्रदेश, श्रीमती राज लक्ष्मी पाण्डेय सरगुजा, श्रीमती श्रद्धा शर्मा घरघोड़ा रायगढ़, श्रीमती अर्चना पाठक अंबिकापुर, डॉ. सपना गुप्ता इंदौर मध्यप्रदेश, श्रीमती सुबाला कुमारी भागलपुर बिहार, श्रीमती ज्योति परमाले रायपुर, श्रीमती रजनी चौरसिया मंडला मध्यप्रदेश, श्रीमती अनिता मंदिलवार अंबिकापुर, श्रीमती रजनी चौरसिया मंडला एवं श्रीमती सरिता पाठक रायपुर द्वारा क्रमवार अखंड पाठ समापन के बाद श्रीमती शुभा शुक्ला द्वारा श्री हनुमान चालीसा एवं श्रीमती रेणु मिश्रा द्वारा श्री रामायण आरती गायन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि आदरणीया डॉ. मीरा सिंह जी ने अपने उद्बोधन आशीर्वचन में कहा कि “धन्य धन्य भारत की नारी, शक्ति स्वरूपा सबसे भारी” उन्होंने सृजन संस्थान द्वारा आयोजित इस आनलाईन मानस गायन की भूरि-भूरि प्रसंशा करते हुए कहा आज के इस आपा-धापी भरी वातावरण में एक भी व्यक्ति को अपने क्रियाकलाप के साथ जोड़कर चला पाना मुश्किल कार्य है, किन्तु ऐसे व्यस्तता पूर्ण समय में संगीतज्ञ- श्री श्याम भाई द्वारा देश के कई-कई राज्यों से इतने प्रबुद्ध महिलाओं को एक साथ संगठित कर पाना एवं बहुमूल्य संगीत विद्या के साथ ही साथ भारतीय कला संस्कृति का प्रशिक्षण प्रदान करना निश्चित ही यह अनुठा कार्य यह कोई सहज बात नहीं है कहते हुए संगीतज्ञ- श्री चन्द्रा जी के साथ ही साथ सृजन संस्थान से जुड़े समस्त बहनों को आशीर्वचन से आनंदित कर सृजन संस्थान की ओर से प्रदत्त “मानस गायन प्रमाण-पत्र” प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर कवि श्री जगदीश प्रसाद देशमुख जी द्वारा सृजन संस्थान सक्ती में शामिल समस्त संगीत साधिकाओं के साथ संगीतज्ञ- श्याम कुमार चन्द्रा जी की विशेष रूप से भूरि-भूरि प्रसंशा करते हुए इस प्रकार से कला संस्कृति कार्य में जुड़कर संस्कृति सेवा में सहयोग प्रदान करने के लिए आशीर्वचन प्रदान कर हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी गई।
कार्यक्रम के अंत में श्रीमती शुभा शुक्ला ‘निशा’ द्वारा आमंत्रित अतिथियों का हार्दिक आभार व्यक्त कर अध्यक्ष की अनुमति से शांति पाठ के साथ कार्यक्रम समाप्त किया गया।