*महाशिवरात्रि पर्व पर आनलाईन कवि सम्मेलन कार्यक्रम सम्पन्न*

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*महाशिवरात्रि पर्व पर आनलाईन कवि सम्मेलन कार्यक्रम सम्पन्न*

 

सक्ती छत्तीसगढ़:– श्याम संगीत सृजन संस्थान से संबद्ध “विश्व संगीत पाठशाला सक्ती” में महाशिवरात्रि पर्व पर आनलाईन कवि सम्मेलन कार्यक्रम आयोजित किया गया।

महाशिवरात्रि पर्व के पावन अवसर पर श्री शिव भजन विषय के साथ कवि सम्मेलन आनलाईन कार्यक्रम में गुजरात विश्वविद्यालय गुजरात से प्रोफेसर डॉक्टर भावना सावलिया जी के मुख्य आतिथ्य एवं “विश्व संगीत पाठशाला” के संचालक संगीतज्ञ श्याम कुमार चन्द्रा जी की अध्यक्षता एवं श्री तुलसी मानस प्रतिष्ठान छत्तीसगढ़ के प्रांतीय अध्यक्ष श्री जगदीश प्रसाद देशमुख जी के विशिष्ट आतिथ्य में कार्यक्रम विशेष भक्ति भाव के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

इस अवसर पर आचार्य मानस प्रेमी नेहरू गोस्वामी धरसीवां रायपुर एवं कवयित्रियों में श्रीमती शुभा शुक्ला ‘निशा’ रायपुर, श्रीमती सुषमा प्रेम पटेल रायपुर, श्रीमती सुबाला कुमारी झारखंड, डॉ. सपना गुप्ता इंदौर मध्यप्रदेश, श्रीमती सुनीता त्रिपाठी जयपुर राजस्थान, श्रीमती माधवी गुप्ता चतरा झारखंड, श्रीमती कुसुम जैन कांकेर छत्तीसगढ़, श्रीमती अर्चना पाठक, श्रीमती तृप्ति त्रिपाठी एवं आशा वर्मा अंबिकापुर सरगुजा, श्रीमती भारती चौरसिया मंडला मध्यप्रदेश, श्रीमती सुशीला कुमारी चतरा झारखंड, श्रीमती सुमन गुप्ता उत्तम नगर दिल्ली, एवं श्रीमती तालकेश्वरी चन्द्रा बड़े कटेकोनी डभरा इन सभी की विशेष उपस्थिति में श्री शिव महिमा विषय पर एक से बढ़कर एक शिव-भजन, कीर्तन, कविता एवं विशेष प्रेरणादायक आध्यात्मिक चिंतन चर्चा के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

इस अवसर पर सर्वप्रथम विद्या दायिनी मां सरस्वती जी की वंदना गायन एवं अतिथियों के स्वागत में अभिनंदन गीत श्रीमती शुभा शुक्ला ‘निशा’ व श्रीमती सुषमा प्रेम पटेल रायपुर द्वारा प्रस्तुत किया गया।

इस अवसर पर आदरणीय अतिथियों, संचालक संगीतज्ञ- श्याम कुमार चन्द्रा एवं उपस्थित कवि कवयित्रियों द्वारा सब के सब एक दूसरे को महाशिवरात्रि पर्व की हार्दिक बधाई एवं अनंत शुभकामनाएं देते हुए अपने-अपने स्वरचित गीत, कविता, कीर्तन व भजन प्रस्तुत किया गया।

कार्यक्रम के अंत में महाशिवरात्रि पर्व के पश्चात् आने वाला होली पर्व की शुरुआत करते हुए होली गीत गायन भी प्रस्तुत किया गया और अब यह कार्यक्रम लगातार होली त्योहार तक जारी रहेगा बताया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ व संचालन और समापन संगीत गुरूजी श्याम कुमार चन्द्रा द्वारा शांतिपाठ के साथ किया गया।

 

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