*चांपा नगर पालिका वार्ड 26 में भीषण जल संकट, जल संकट पर फूटा जनता का गुस्सा*

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*चांपा नगर पालिका वार्ड 26 में भीषण जल संकट, जल संकट पर फूटा जनता का गुस्सा*

*लोगो का कहना पार्षद रामसिंह गोड…. न ही फोन उठाते हैं…. ना ही समस्या सुनते हैं….*

हमर छत्तीसगढ़ न्यूज नारायण राठौर

चांपा /- शहर में भीषण गर्मी के बीच वार्ड नंबर 26 के निवासियों को पीने के पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। छुईहा तालाब के पास स्थित नया कॉलेज रोड सहित आसपास के इलाके में जल संकट की विकराल स्थिति बन गई है। क्षेत्र के लोगों ने पार्षद रामसिंह गोड और जलप्रदाय विभाग पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है।

स्थानीय लोगों के अनुसार, वार्ड में पीने के पानी की कोई स्थायी व्यवस्था नहीं है। जो एकमात्र नल और दो बोरिंग हैं, वे वर्षों से बंद पड़े हुए हैं। एक बोरिंग बीते एक साल से बंद है, जबकि दूसरा बोरिंग पिछले दो सालों से बंद है। नल से जो पानी आता है, वह बेहद गंदा होता है और बहुत ही कम समय के लिए ही उपलब्ध रहता है कई बार तो आधे घंटे से भी कम। इस स्थिति ने खासकर महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को अत्याधिक प्रभावित हों रहे हैं। पानी के लिए रोजाना कई घरों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। कई बार सुबह-सुबह ही लाइन में लगना पड़ता है, फिर भी कई लोगों को पानी नहीं मिल पाता। इससे पूरे वार्ड में तनाव और असंतोष का माहौल बन गया है। लोगो का गुस्सा पार्षद रामसिंह गोड पर है अपनी समस्या बताने पर न तो फोन उठाते हैं और न ही आमने-सामने बात करने को तैयार होते हैं। वार्डवासियों का कहना है कि हम सभी ने वोट देकर जिताया है जो हमारी समस्याओं का निराकरण कर सके लेकिन पार्षद के द्वारा ना तो फोन उठाया जाता है नहीं समस्या को सुना जाता है इस तरह व्यवहार करना लोगो का समझ से परे हो गया है नाराज वार्ड वाशियो ने चेतावनी दी है कि यदि जल संकट का शीघ्र समाधान नहीं हुआ, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। उन्होंने प्रशासन और नगर पालिका से तत्काल जल आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था और वर्षों से बंद पड़ी बोरिंग को चालू कराने की मांग की है।

अब देखना यह होगा कि प्रशासन और जनप्रतिनिधि इस गंभीर समस्या को लेकर कितनी तेजी से कदम उठाते हैं….

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