*”सुर लय ताल” पुस्तक में शामिल होने श्रीमती ज्योति राघव सिंह लेह-लद्दाख (उत्तर भारत) से भेजी रचनाएँ*

*”सुर लय ताल” पुस्तक में शामिल होने श्रीमती ज्योति राघव सिंह लेह-लद्दाख (उत्तर भारत) से भेजी रचनाएँ*
*भारतीय शास्त्रीय संगीत से संबंधित विषय पर संगीतज्ञ श्याम कुमार चन्द्रा जी द्वारा सम्पादित “सुर लय ताल” पुस्तक में शामिल होने हेतु श्याम संगीत सृजन संस्थान सक्ती द्वारा आनलाईन संचालित “विश्व संगीत पाठशाला सक्ती” में शामिल संगीत साधिका, प्रसिद्ध कवयित्री व लेखिका “श्रीमती ज्योति राघव सिंह” चोलापुर जिला वाराणसी (उत्तरप्रदेश), वर्तमान निवासी लेह-लद्दाख (उत्तर भारत) द्वारा प्रेषित “संगीत! विश्व की महान शक्ति है” शीर्षक पर एक लेख प्राप्त हुई है, वह इस प्रकार है –*
*संगीत विश्व की महान शक्ति है।*
संगीत निश्चित रूप से एक महान अद्भुत शक्ति के रूप में हम सबके बीच विद्यमान हैं, यह मानव जीवन के हर पहलुओं को छूता है इसमें भावनाओं की अभिव्यक्ति करने की कला निहित होती है।
संगीत को एक कला के रूप में देखा जाता है जो रचनात्मक और कल्पना को व्यक्त करता है।
संगीत एक महान एवं उत्कृष्ट शक्ति है क्योंकि यह मनुष्य के अंदरूनी मन से दुनिया में जुड़ाव करवाता है।
संगीत हमारे हृदय और आत्मा को छूता है और यह हमें अपनी भावनाओं के साथ संपर्क करने की अनुमति देता है।
*संगीत विश्व व्यापी है।*
कई मनोवैज्ञानिक एवं वैज्ञानिकों का कहना है संगीत हमारी इच्छा शक्ति को बढ़ाता है हमारे मूड को बेहतर बनाता है और अवसाद से लड़ने में मदद करता है।
स्टैटीन के समान तरीके से रक्त प्रवाह में सुधार कर सकता है।
तनाव दर्द सभी रोगों से मुक्त कर सकता है।
इसमें हर वो शक्ति है जो हमारे चिंता अशांत मन को दूर कर सकता है और हमारे मूड को सकारात्मक दिशा की ओर ले जा सकता है।
*संगीत का मुख्य लक्ष्य-*
इसका मुख्य लक्ष्य भाव की सरलतम एवं मधुरतम अभिव्यक्ति ही लोक संगीत का मूल्य उद्देश्य होता है।
संगीत मस्ती के कुछ हिस्सों न्यूक्लियस, एक्म्बेस और एमिग्डाला को सक्रिय कर सकता है जो आनंद और भावनात्मक अभिव्यक्ति की तलाश से जुड़े हैं।
जब हम सभी संगीत सुनते हैं तो डोपामाइन रिलीज होता है।
यह भावनाओं को सतह पर लाता है हंसी-खुशी प्यार उदासी हर लड़ाई के लिए तैयार होना है।
संगीत एक सामांजस्यपूर्ण और सुख ध्वनि एक सुंदर कला का रूप है। जिसे हम संगीत वाद्य यंत्र बजाकर बनाते हैं।
प्रकृति में संगीत व संगीत में चिकित्सा गुण है और इसे एक सार्वभौमिक भाषा के रूप में जाना जाता है।
*सबसे पुराना लिखित संगीत -*
उगरिट, सिरिया के हुरियन गीत है।
इनमें से सबसे पुराना निक्कल का भजन (भजन संख्या 6: एच 6) है।
जो कुछ हद तक पूर्ण है और लगभग 1400 ईसा पूर्व का है।
हालांकि सेकिलोस, एपिटाप सबसे पुरानी पूरी तरह से पूर्ण विख्यात संगीत रचना है जिसकी ख्याति विश्व में भी है।
संगीत का अध्ययन रचनात्मकता को पोषित करता है सहानुभूति का निर्माण करता है और शरीर, मन- मस्तिष्क को स्वस्थ बनाता है।
*संगीत जीवन का आधार है,*
*स्वरचित वाद्य यंत्र बहता धार है।*
*विश्व की शक्ति ऊर्जा दुनिया के आर पार है,*
*संगीत संपूर्ण विश्व के दृष्टि का सार है।*
*लेखिका –*
*श्रीमती ज्योति राघव सिंह*
लेह-लद्दाख (उत्तर भारत)