*छत्तीसगढ़ में इलेक्शन के बाद भी फ्री नहीं हैं ‘नेताजी’, जानिए क्यों पहुंचे ओडिशा*

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*छत्तीसगढ़ में इलेक्शन के बाद भी फ्री नहीं हैं ‘नेताजी’, जानिए क्यों पहुंचे ओडिशा*

हमर छत्तीसगढ़ न्यूज़ नारायण राठौर

 

रायपुर :- छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव 2024 की मतदान प्रक्रिया पूरी हो चुकी है सभी 11 सीटों पर मतदान संपन्न हो गया. जिसे लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों के नेता व्यस्त थे हालांकि राज्य के नेता अभी भी फ्री नहीं हुए हैं. छत्तीसगढ़ के बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं ने अब पड़ोसी राज्य ओडिशा में मोर्चा संभाला है बीजेपी की कमान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष किरण सिंह देव संभाल रहे हैं वहीं छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ओडिशा में कांग्रेस के लिए प्रचार कर रहे हैं नेताजी अभी नहीं हुए हैं फ्री लोकसभा चुनाव का तीसरा चरण छत्तीसगढ़ के लिए आखिरी चरण था तीसरे चरण में प्रदेश के बाकी बचे सभी 7 सीटों पर मतदान हो गया है हालांकि इसके बावजूद भी नेताजी अभी फ्री नहीं हुए हैं हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य ओडिशा में चुनाव हैं और यहां के भाजपा-कांग्रेस नेताओं की ड्यूटी संगठन की ओर से वहां लगा दी गई है बता दें कि ओडिशा में 21 संसद सदस्यों को चुनने के लिए 4 चरणों में मतदान होगा ओडिशा में 4 चरणों में लोकसभा चुनाव 13 मई 2024 से 1 जून 2024 तक होंगे पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेडी ने 12, बीजेपी ने 8 और कांग्रेस ने 1 सीट जीती थी।

सीएम साय ने ओडिशा में संभाल लिया मोर्चा भाजपा की बात करें तो मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ-साथ प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव को भी ओडिशा में विभिन्न क्षेत्रों में बड़ी जिम्मेदारियां दी गई हैं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ओडिशा में मोर्चा भी संभाल लिया है और आज उनका पहला दौरा हो भी गया है इसी तरह प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण सिंह देव भी 4 दिवसीय दौरे पर ओडिशा रवाना हो गए हैं भाजपा के अन्य कई विधायकों और संगठन के नेताओं की ड्यूटी भी ओडिशा के विभिन्न क्षेत्रों में लगाई गई है।

कांग्रेस ने भी दीं जिम्मेदारियां वहीं अगर कांग्रेस पार्टी की बात करें तो पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज भी आज ओडिशा के अलग-अलग क्षेत्रों के दौरे पर हैं इसके साथ ही 6 से ज्यादा विधायकों और संगठन के नेताओं की ड्यूटी भी अलग-अलग क्षेत्रों में लगी है।

 

Narayan Rathore

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